ख़ान रिज़वान के वीडियो
This video is playing from YouTube
शायर अपना कलाम पढ़ते हुए
-
असीर-ए-दर्द हो कर जी रहा हूँ ख़ान रिज़वान
-
कभी मुझे कभी ख़ुद को भुला के देखता है ख़ान रिज़वान
-
कोई दुआ है या फिर बद-दुआ है मेरे लिए ख़ान रिज़वान
-
ज़िंदगी आई मुझ को रास अभी ख़ान रिज़वान
-
ठहरना भूल गई हैं लहू से तर आँखें ख़ान रिज़वान
-
नींद की सौदागरी करता हूँ मैं ख़ान रिज़वान
-
हिसार-ए-ग़म से जो निकले भी तो किधर आए ख़ान रिज़वान