कल रात जब अपनी ज़ुल्फ़ें फ़ज़ा में बिखरा चुकी थी मलिक एहसान
मैं ने अपने आबा की किताबों को मलिक एहसान
शायर अपना कलाम पढ़ते हुए
आईना मलिक एहसान
नाफ़-पियाला मलिक एहसान
पानी मलिक एहसान
मीरास मलिक एहसान
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