मंसुरह अहमद का नाम आधुनिक पाकिस्तानी शाइ’रात में अहम है.उनकी पैदाइश एक जून 1958 को हाफ़िज़ाबाद ज़िला गुन्जरावाला में हुई. मंसुरह अहमद ने एक गहरी और वैचारिक नारीवादी संवेदना के साथ शाइरी की. उन्होंने ग़ज़लें भी कहीँ और नज़्में भी. उनके काव्ये संग्रह ‘तुलूअ’ पर आकादमी अदबियात-ए-पाकिस्तान ने वज़ीर-ए-आज़म अदबी एवार्ड से भी नवाज़ा. वह साहित्यिक पत्रिका ‘मोंताज’ की सम्पादिका भी रहीं.8 जून 2011 को लाहौर में देहांत हुआ.