उपनाम : 'मस्त'
मूल नाम : सय्यद अब्दुल हमीद
मस्त बनारसी, सय्यद अब्दुल हमीद (1876-1914) बचपन में घर का माहौल शाइ’री के लिए साज़गार नहीं था मगर ख़ून में शाइ’री रवाँ होने के सबब उनके अन्दर का शाइ’र ज़िन्दा रहा। शादी के बा’द अ’ज़ीमाबाद (पटना) में जहाँ ग़ज़ल-गोई रंग लाई। अपने ससुर ‘हफ़ीज़’ अ’ज़ीमाबादी और ‘शाद’ अ’ज़ीमाबादी को कुछ कलाम दिखाया, और कुछ मशवरा अमीर मीनाई से भी किया। पेशे से वकील थे।