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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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Mubarak Mungeri's Photo'

मुबारक मुंगेरी

1914 - 1988

मुबारक मुंगेरी के शेर

जो कम-निगाह थे वही अहल-ए-नज़र बने

हम को हमारे दीदा-ए-बीना से क्या मिला

तिरा करम है जो साया-फ़गन तो क्या ग़म है

हज़ार बार मिरे सर से आसमाँ गुज़रे

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