साबिर पटियालवी, नौबहार (1907) हरियाना में पैदा हुए। बटवारे के वक़्त उनका घर लूट लिया गया जिस से सख़्त परेशानियों से गुज़रना पड़ा। शाइ’री उन तक उन के रिश्ते के दादा जसवंत सिंह वर्मा से पहुँची जिन्होंने रामायण और गीता का उर्दू अनुवाद किया था। प्रगतिशील आन्दोलन से गहरा संबंध रहा।
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