नवेद अंजुम
ग़ज़ल 5
अशआर 1
जब भी हुजूम-ए-ग़म में ख़ुशी की झलक मिली
जुगनू की रौशनी में अंधेरे नहाए हैं
- अपने फ़ेवरेट में शामिल कीजिए
-
शेयर कीजिए
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere