ओसामा ख़ालिद
ग़ज़ल 24
नज़्म 4
अशआर 1
मुख़्तसर वक़्त में बर्बादी का अंदाज़ा करो
इस त'अल्लुक़ से पुराने तो मिरे कपड़े हैं
- अपने फ़ेवरेट में शामिल कीजिए
-
शेयर कीजिए
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere