Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

राग़िब देहलवी

ग़ज़ल 2

 

नज़्म 1

 

अशआर 8

बैठेगा तो रुक जाएगी ये गर्दिश-ए-दौराँ

तू ख़ूँ की तरह जिस्म में फिरने की अदा सीख

  • शेयर कीजिए

क़तरों से समुंदर का बनाना नहीं मुश्किल

क़तरे में समुंदर को समोने की अदा सीख

  • शेयर कीजिए

शौक़-ए-मंज़िल मुझे यूँ ले के उड़ा

ख़ार देखे रहगुज़र देखी

  • शेयर कीजिए

अब दिल में आरज़ू-ए-चमन ही नहीं रही

क़िस्से सुने जो हम ने क़फ़स में बहार के

  • शेयर कीजिए

अगर चलता सहारों पर ही 'राग़िब'

तो चलने के कभी क़ाबिल होता

  • शेयर कीजिए

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए