राजा गिरधारी प्रसाद बाक़ी
ग़ज़ल 16
अशआर 1
दरिया से मौज मौज से दरिया जुदा नहीं
हम से जुदा नहीं है ख़ुदा और ख़ुदा से हम
- अपने फ़ेवरेट में शामिल कीजिए
-
शेयर कीजिए
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere