बेदिल, रसूल जहाँ बेगम (1903) घर-बार देखने वाली महिला थीं मगर अन्दर अन्दर घर-दारी के सिवा भी बहुत कुछ था जो शाइरी में ज़ाहिर होता रहा। बदायूँ के एक क़स्बे में पैदा हुईं और फिर अलीगढ़ और देहली में उम्र गुज़ारी। उन के पति अलीगढ़ युनिवर्सिटी में पढ़ाते थे।