सागर सरफ़राज़ के शेर
मुक़द्दर में यही लिक्खा है 'सागर'
अंधेरा और ये आहों का जंगल
मुसलसल फैलता ही जा रहा है
मिरे अतराफ़ ये सायों का जंगल
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टैग : साया
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