शब्बीर रामपुरी, साहबज़ादा मोहम्मद शब्बीर अ’ली ख़ाँ उ’र्फ़ नन्हे साहब (1884-1931 ) नावाब रामपुर कल्ब-ए-अ’ली खाँ के छोटे बेटे थे। नौजवानी में पिता से अनबन हो गई तो राजसी ठाठ-बाटछोड़-छाड़देहली जा रहे, जहाँ ‘बेख़ुद’ देहलवी को कलाम दिखाते रहे। वैसे ‘दाग़’ देहलवी के शागिर्दथे। घर पर मुशाइ’रे भी करते थे। बा’द में बिगाड़ दूर हुआ तो रामपुर वापस गए और मजिस्ट्रेट का पद पाया। नवाब़ज़ादे हो कर भी भले आदमी थे।