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Shabnam Rumani's Photo'

शबनम रूमानी

1928 - 2009 | पाकिस्तान

ग़ज़ल और नात के मशहूर शाइरों में शुमार, और अफ़साने भी लिखे, काॅलमनिस्ट के तौर पर भी जाने जाते हैं

ग़ज़ल और नात के मशहूर शाइरों में शुमार, और अफ़साने भी लिखे, काॅलमनिस्ट के तौर पर भी जाने जाते हैं

शबनम रूमानी का परिचय

उपनाम : 'शबनम'

मूल नाम : मिर्ज़ा अज़ीम अहमद चुग़ताई

जन्म : 20 Dec 1928 | शाहजहाँपुर, उत्तर प्रदेश

निधन : 17 Feb 2009 | कराची, सिंध

संबंधी : फ़ैसल अज़ीम (बेटा)

तेरी ताबिश से रौशन हैं गुल भी और वीराने भी

क्या तू भी इस हँसती-गाती दुनिया का मज़दूर है चाँद?

मिर्ज़ा अज़ीम अहमद चुग़ताई का जन्म 20 दिसंबर 1928 को शाहजहाँपुर में हुआ था। वे शबनम तख़ल्लुस से लिखते हैं और शबनम रूमानी के नाम से मशहूर हैं। उन्होंने 1948 में बरेली कॉलेज से स्नातक की शिक्षा पूरी की और उसी वर्ष पाकिस्तान हिजरत कर गए। ग़ज़लों के अलावा, उन्होंने नज़्में, अफ़साने और शेर भी लिखे हैं। वे 1973 से मासिक पत्रिका ‘मशरिक़’ में नियमित रूप से एक कॉलम लिखते आ रहे हैं और ‘इक़दार’ नामक पत्रिका का प्रकाशन भी कर रहे हैं।
उनकी प्रसिद्ध किताबों में मसनवी सैर-ए-कराची, जज़ीरा (शेरी मजमूआ), हर्फ़-ए-निस्बत (नातिया मजमूआ), अरमुग़ान-ए-मजनूँ (जिल्द अव्वल-मुरत्तब), तोहमत और दूसरा हिमाला (शेरी मजमूआ) शामिल हैं।

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