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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

शहनाज़ नूर

ग़ज़ल 8

अशआर 2

हम ज़ब्त की हदों से गुज़र भी नहीं गए

ज़िंदा अगर नहीं हैं तो मर भी नहीं गए

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हम-सफ़र ज़ीस्त का सूरज को बनाए रक्खा

अपने साए से ही क़द अपना बढ़ाए रक्खा

 

पुस्तकें 1

 

वीडियो 3

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शायर अपना कलाम पढ़ते हुए
Be_naam khuwahishoN ko shareek e safar kiya

शहनाज़ नूर

Mushaira 2008, Los Angeles

शहनाज़ नूर

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शहनाज़ नूर

"कराची" के और शायर

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