यशपाल गुप्ता के शेर
जो सुख के उजाले में था परछाईं हमारी
अब दुख के अँधेरे में वो साया नहीं देखा
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
ये समझ कर फ़क़ीरी ही में है ख़ुदा
गुन हमेशा फ़क़ीरों के गाते रहे
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड