आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ehsaan"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "ehsaan"
ग़ज़ल
हम और रस्म-ए-बंदगी आशुफ़्तगी उफ़्तादगी
एहसान है क्या क्या तिरा ऐ हुस्न-ए-बे-परवा तिरा
इब्न-ए-इंशा
नज़्म
रक़ीब से!
हम पे मुश्तरका हैं एहसान ग़म-ए-उल्फ़त के
इतने एहसान कि गिनवाऊँ तो गिनवा न सकूँ
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "ehsaan"
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "ehsaan"
ग़ज़ल
जिसे कहती है दुनिया कामयाबी वाए नादानी
उसे किन क़ीमतों पर कामयाब इंसान लेते हैं
फ़िराक़ गोरखपुरी
ग़ज़ल
मुंतज़िर हैं दम-ए-रुख़्सत कि ये मर जाए तो जाएँ
फिर ये एहसान कि हम छोड़ के जाते भी नहीं
दाग़ देहलवी
नज़्म
एक आरज़ू
कानों पे हो न मेरे दैर ओ हरम का एहसाँ
रौज़न ही झोंपड़ी का मुझ को सहर-नुमा हो
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
जावेद के नाम
उठा न शीशागरान-ए-फ़रंग के एहसाँ
सिफ़ाल-ए-हिन्द से मीना ओ जाम पैदा कर