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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

दुःख शायरी

ग़ैरों को कब फ़ुर्सत है दुख देने की

जब होता है कोई हमदम होता है

जावेद अख़्तर

दिल का दुख जाना तो दिल का मसअला है पर हमें

उस का हँस देना हमारे हाल पर अच्छा लगा

अहमद फ़राज़

दर्द हो दुख हो तो दवा कीजे

फट पड़े आसमाँ तो क्या कीजे

जिगर बरेलवी

दुख के जंगल में फिरते हैं कब से मारे मारे लोग

जो होता है सह लेते हैं कैसे हैं बेचारे लोग

जावेद अख़्तर

दुख पे मेरे रो रहा था जो बहुत

जाते जाते कह गया अच्छा हुआ

आज़िम कोहली

देख के जिस को दिल दुखता था

वो तस्वीर जला दी हम ने

फ़रहत शहज़ाद

मैं शायद तेरे दुख में मर गया हूँ

कि अब सीने में कुछ दुखता नहीं है

फ़रहत शहज़ाद

जाने किस बात से दुखा है बहुत

दिल कई रोज़ से ख़फ़ा है बहुत

आलोक मिश्रा

अब दिल भी दुखाओ तो अज़िय्यत नहीं होती

हैरत है किसी बात पे हैरत नहीं होती

अकरम महमूद

दुख के ताक़ पे शाम ढले

किस ने दिया जलाया था

अनवर सदीद

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