एहतरामुलहक़ सिद्दीक़ी के शेर
चलो इस शहर में इक ख़ूबसूरत घर बनाते हैं
है कौन अपना 'अदावत है किसे ये आज़माते हैं
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
उठो राहत-कदों में सोने वालो कुछ करो वर्ना
बहुत रोओगे जब उड़ जाएगी दीनार की ख़ुशबू
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मरहले यूँ तय किए तहक़ीर ने नामूस तक
जैसे कच्ची ताक़ से इक रौशनी फ़ानूस तक
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
आग़ाज़ लफ़्ज़-ए-कुन है तो अंजाम नफ़्ख़-ए-सूर
दुनिया की ज़ेब-ओ-ज़ीनत-ओ-जाह-ओ-जलाल क्या
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड