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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

अजय नेगी के शेर

लोग कोई और ही मतलब निकालें दोस्ती का

आप पहलू से मिरे थोड़ा सा हट के बैठा कीजे

चाय पीते और बातें करते लेकिन

तुम यहाँ आए हो ग़ुस्सा साथ ले कर

ज़िंदगी अच्छी बहुत है

आज फिर से झूट बोला

शाम जल्दी से गुज़र जाएगी तो हम

इस उदासी को दबा देंगे कहीं पर

देखने हालत मिरी सब आए हैं

एक बस उस संग-दिल को छोड़ कर

आसमाँ का हम ख़सारा कैसे करते

उस सितारे को शरारा कैसे करते

चश्म-ओ-लब-ओ-रुख़सार पर बोसे दिए

हम ने ज़रा सी देर में क्या क्या किया

इसी दश्त में हम कभी खोए थे

इसी दश्त के रहनुमा बन गए

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