इनामता अली का सम्बंध पाकिस्तान के ख़ूबसूरत शहर देना, झेलम से है। वो 6 जनवरी 1993 को पैदा हुईं। आपने उर्दू अदब में एम.ए किया है और अभी शिक्षा के पेशे से सम्बद्ध हैं।
जहां तक इनामता अली की शायरी का सम्बंध है, इन्होंने अपने शे’री सफ़र का आग़ाज़ 2018 में किया। इनकी शायरी में आधुनिक वैचारिक प्रवृत्तियां मौजूद हैं, इनकी ग़ज़ल हो या नज़्म एक ख़ास रंग-ओ-राग से लिखी है। भावनाओं की परिपूर्णता, मोहब्बतों की मनोहरता व संलग्नता, सामाजिक और आर्थिक पहलुओं की गर्मी उनकी शायरी की मुख्य विशेषताएं हैं। उनके अशआर में नारी की भावनाओं और संवेदनाओं की अभिव्यक्ति और उनका चित्रण भी सराहनीय है।