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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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Anjum Fauqi Badayuni's Photo'

अंजुम फ़ौक़ी बदायूनी

1911 - 1995

पूर्वाधुनिक शायर, विस्तृत शैक्षिक व साहित्यिक आलेख और समकालीन शायरों पर आधारित अपने तज़किरों के लिए प्रसिद्ध

पूर्वाधुनिक शायर, विस्तृत शैक्षिक व साहित्यिक आलेख और समकालीन शायरों पर आधारित अपने तज़किरों के लिए प्रसिद्ध

अंजुम फ़ौक़ी बदायूनी के शेर

उस ने मजबूर-ए-वफ़ा जान के मुँह फेर लिया

मुझ से ये भूल हुई पूछ लिया कैसे हो

सच कोई फ़न तो नहीं है जो सिखाया जाए

झूट से काम ले सच बोलना जाएगा

तुम अपनी आँखों की लाली फूलों में तक़्सीम करो

मेरे दिल का हाल पूछो रहने दो जिस हाल में है

एक रहें या दो हो जाएँ रुस्वाई हर हाल में है

जीवन रूप की सारी शोभा जीवन के जंजाल में है

ज़ेहन-ओ-दिल तफ़रीक़ के क़ाइल नहीं

क्या करूँ अपना पराया जान कर

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