असर सहबाई का परिचय
आह क्या क्या आरज़ूएँ नज़्र-ए-हिरमाँ हो गईं
रोइए किस किस को और किस किस का मातम कीजिए
असर सहबाई, ख़्वाजा अब्दुस्समीअ पाल सियालकोट (अब पाकिस्तान में) में पैदा हुए, तालीम लाहौर में पाई और वहीं वकालत के पेशे में रहे। दिल से शाइर और दिमाग़ से फ़लसफ़ी थे। श्रीकृष्ण और महात्माबुद्ध से अक़ीदत थी। शुरूअ’ में अपने बड़े भाई अमीन हज़ीं को कलाम दिखाया। ‘ताजवर’ नजीबाबादी, बृजमोहन दत् तात्रेय ‘कैफ़ी’ और ‘असर’ लखनवी से भी इस्लाह ली।