aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
Azhar Adeeb's Photo'

शायर और लेखक

शायर और लेखक

अज़हर अदीब

ग़ज़ल 16

अशआर 34

हम ने घर की सलामती के लिए

ख़ुद को घर से निकाल रक्खा है

तू अपनी मर्ज़ी के सभी किरदार आज़मा ले

मिरे बग़ैर अब तिरी कहानी नहीं चलेगी

  • शेयर कीजिए

ज़रा सी देर तुझे आइना दिखाया है

ज़रा सी बात पर इतने ख़फ़ा नहीं होते

  • शेयर कीजिए

लहजे और आवाज़ में रक्खा जाता है

अब तो ज़हर अल्फ़ाज़ में रक्खा जाता है

हमें रोको नहीं हम ने बहुत से काम करने हैं

किसी गुल में महकना है किसी बादल में रहना है

  • शेयर कीजिए

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi

GET YOUR PASS
बोलिए