एहसान दानिश के क़िस्से
घोड़ा, घास और मुफ़्त का मुशायरा
एहसान दानिश से किसी मुशायरे के मुन्तज़िम ने इल्तिजा की कि हम एक मुशायरा कर रहे हैं, उसमें शामिल हो कर मम्नून फ़रमाइए। एहसान ने पूछा, “मुआवज़ा कितना मिलेगा?” मुंतज़िम ने निहायत इंकिसारी से जवाब दिया, “आप इस मुशायरे में मुआवज़े के बग़ैर शमूलियत फ़रमाकर