फ़रीद जावेद के शेर
हमें भी अपनी तबाही पे रंज होता है
हमारे हाल-ए-परेशाँ पे मुस्कुराओ नहीं
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
गुफ़्तुगू किसी से हो तेरा ध्यान रहता है
टूट टूट जाता है सिलसिला तकल्लुम का
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
कितनी रंगीनियों में तेरी याद
किस क़दर सादगी से आती है
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
तरब का रंग मोहब्बत की लौ नहीं देता
तरब के रंग में कुछ दर्द भी समो लें आज
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड