Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
Irfana Azeez's Photo'

इरफ़ाना अज़ीज़

1941 | टोरंटो, कनाडा

इरफ़ाना अज़ीज़ के शेर

दिल के आँगन में उभरता है तिरा अक्स-ए-जमील

चाँदनी रात में हो रात की रानी जैसे

करता है लहू दिल को हर इक हर्फ़-ए-तसल्ली

कहने को तो यूँ क़ुर्बत-ए-ग़म-ख़्वार बहुत है

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए