Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
Muztar Haidri's Photo'

मुज़्तर हैदरी

1920 - 1975 | कोलकाता, भारत

ख़ुशनुमा तरन्नुम के लिए मशहूर

ख़ुशनुमा तरन्नुम के लिए मशहूर

मुज़्तर हैदरी का परिचय

उपनाम : 'मुज़्तर'

मूल नाम : दिलावर हुसैन

जन्म :कोलकाता, पश्चिम बंगाल

निधन : 14 Jan 1975 | कोलकाता, पश्चिम बंगाल

ख़ुलूस हो तो कहीं बंदगी की क़ैद नहीं

सनम-कदे में तवाफ़-ए-हरम भी मुमकिन है

मुज़्तर हैदरी का अस्ल नाम दिलावर हुसैन था और पिता का नाम इमदाद हुसैन। 1924 में कलकत्ता में पैदा हुए। उनका पैतृक घर अकबराबाद आगरा था। मुज़्तर अपने वक़्त में अहम शायर के तौर पर तस्लीम किये जाते थे, बहुत दिलकश और ख़ुशनुमा तरन्नुम था, ख़ास महफ़िलों में शायरी सुनाते थे। उनका काव्य संग्रह ‘जाम-ए-जम’ प्रकाशित हुआ तो बहुत प्रसिद्धी मिली।

मुज़त्तर की निजी ज़िंदगी बहुत सी मुश्किलों और परेशानियों से घिरी रही। उनकी ज़िंदगी की निजी पीड़ा और दुख की अभिव्यक्ति उनकी शायरी में एक बड़े सार्वजनिक और सांसारिक रंग में रंगी हुई है।

मुज़्तर हैदराबादी का देहांत बहुत रहस्यमय परिस्थिति में मदरसा आलिया तालाब में डूबकर हुई। यह घटना 14 मई 1975 को हुई।

संबंधित टैग

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए