वसीम नादिर (वसीम अहमद ख़ाँ) उर्दू ग़ज़ल के 1990 के दशक के बा'द नुमायाँ होने वाले चन्द अहम शायरों में शामिल हैं, जो शेर कहने के नए अन्दाज़ और भावात्मक फैलाव के लिए जाने जाते हैं। 1974 में ककराला, बदायूँ (उत्तर प्रदेश) में पैदा हुए। शिक्षा-दीक्षा अपने शहर में हुई। कारोबार के सिलसिले में देहली में रहे मगर स्थायी निवास बदायूँ में। 2015 में पहला ग़ज़ल-संग्रह 'शाम से पहले' प्रकाशित हुआ, जिसे उर्दू अकादमी, देहली ने सम्मानित किया।