अदनान हामिद की पैदाइश 15 अगस्त, 2000 को महमूदाबाद, सीतापुर, उत्तर प्रदेश में हुई। इब्तिदाई तालीम वतन ही में हासिल की। आला तालीम के लिए लखनऊ यूनिवर्सिटी में 2017 में दाख़िला लिया, जहाँ बैचलर्स और मास्टर्स के दौरान मार्क्सी नज़रियात से मुतासिर होकर ऐक्टिविज़्म से भी जुड़े रहे। लगभग पिछले पाँच साल से लगातार यू.पी. ही में पार्टी के लिए काम कर रहे हैं।
अदनान हामिद की शायरी उदासी, महरूमी, गिर्ये और दुख के एहसासात की गहरी तस्वीर पेश करती है। उनके अशआर में दर्द के ऐसे नक़्श मिलते हैं जो इंसानी जज़्बात की पेचीदगी को सादगी और गहराई के साथ बयान करते हैं।
उनके लफ़्ज़ न सिर्फ़ दिल की गहराइयों को छूते हैं बल्कि दुख और मायूसी के जज़्बात को नई मानवियत देते हैं। हर मिसरा एक एहसास, एक कहानी और एक चीख़ को ज़बान देता है, जो कभी आँसू बनकर बहती है और कभी सुकूत बनकर दिल पर दस्तक देती है। अदनान हामिद की ग़ज़लें उर्दू शायरी में उदासी और दर्द को नई पहचान देती हैं।