असलम राशिद के शेर
'मीर' 'ग़ालिब' यहीं तो रहते थे
हम भी दिल्ली से दिल लगा लें क्या
-
टैग : मीर तक़ी मीर
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड