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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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Ateeq Ahmad Ateeq's Photo'

अतीक़ अहमद अतीक़

1924 | मालेगांव, भारत

अतीक़ अहमद अतीक़ के शेर

ये कहकशाँ ये सितारे ये चाँदनी ये बहार

निगाह मैं उठाऊँ तो सब के सब बे-कार

हम ने मय-ख़ाना-ए-मोहब्बत में

बू-ए-मय पर भी दिन गुज़ारे हैं

हम हैं कि अब भी वादी-ए-ज़ुल्मत में हैं रवाँ

अपने लहू से कर के चराग़ाँ का एहतिमाम

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