Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
Inam Nadeem's Photo'

पाकिस्तान के सबसे विख्यात समकालीन शायरों में शामिल।

पाकिस्तान के सबसे विख्यात समकालीन शायरों में शामिल।

इनाम नदीम के शेर

1.3K
Favorite

श्रेणीबद्ध करें

ये मोहब्बत भी एक नेकी है

इस को दरिया में डाल आते हैं

पुकारते थे मुझे आसमाँ मगर मैं ने

क़याम करने को ये ख़ाक-दाँ पसंद किया

एक लम्हा लौट कर आया नहीं

ये बरस भी राएगाँ रुख़्सत हुआ

दरिया को किनारे से क्या देखते रहते हो

अंदर से कभी देखो कैसा नज़र आता है

नींद से जागा हूँ तो बैठा सोचता हूँ

ख़्वाब में उस को पाया था या साया था

अपनी ही रवानी में बहता नज़र आता है

ये शहर बुलंदी से दरिया नज़र आता है

बुझ जाएगा इक रोज़ तिरी याद का शोला

लेकिन मिरे सीने में धुआँ यूँ ही रहेगा

जिए गरचे इसी दुनिया में हम भी

मगर दुनिया हमारी और ही थी

हम ठहरे रहेंगे किसी ताबीर को थामे

आँखों में कोई ख़्वाब रवाँ यूँ ही रहेगा

जो तेरी आरज़ू मुझ को होती

तो कोई दूसरा आज़ार होता

ज़माना है बुरे हम-साए जैसा

सो हम-साए से झगड़ा कर चुके हैं

ख़ामोश खड़ा हूँ मैं दर-ए-ख़्वाब से बाहर

क्या जानिए कब तक इसी हालत में रहूँगा

कुछ रोज़ अभी और है ये आइना-ख़ाना

कुछ रोज़ अभी और मैं हैरत में रहूँगा

वो दिल जिस ने हमें रुस्वा किया था

हम आज उस दिल को रुस्वा कर चुके हैं

कभी लौट आया मैं दश्त से तो ये शहर भी

उसी गर्द में था अटा हुआ मिरे सामने

जिस रोज़ तिरे हिज्र से फ़ुर्सत में रहूँगा

मालूम नहीं कौन सी वहशत में रहूँगा

Recitation

बोलिए