संपूर्ण
परिचय
ग़ज़ल95
नज़्म59
शेर114
ई-पुस्तक25
टॉप 20 शायरी 20
चित्र शायरी 9
ऑडियो 43
वीडियो72
गेलरी 1
ब्लॉग2
दोहा1
शायरी के अनुवाद4
मुनीर नियाज़ी
ग़ज़ल 95
नज़्म 59
अशआर 114
ये कैसा नश्शा है मैं किस अजब ख़ुमार में हूँ
तू आ के जा भी चुका है मैं इंतिज़ार में हूँ
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
किसी को अपने अमल का हिसाब क्या देते
सवाल सारे ग़लत थे जवाब क्या देते
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
आवाज़ दे के देख लो शायद वो मिल ही जाए
वर्ना ये उम्र भर का सफ़र राएगाँ तो है
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
जानता हूँ एक ऐसे शख़्स को मैं भी 'मुनीर'
ग़म से पत्थर हो गया लेकिन कभी रोया नहीं
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
ख़्वाब होते हैं देखने के लिए
उन में जा कर मगर रहा न करो
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
दोहा 1
शायरी के अनुवाद 4
पुस्तकें 25
चित्र शायरी 9
वीडियो 72
This video is playing from YouTube