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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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Hamida Shaheen's Photo'

पाकिस्तान से तअल्लुक़ रखने वाली मुन्फ़रिद लब-ओ-लहजे की शायरा

पाकिस्तान से तअल्लुक़ रखने वाली मुन्फ़रिद लब-ओ-लहजे की शायरा

हमीदा शाहीन के शेर

कौन बदन से आगे देखे औरत को

सब की आँखें गिरवी हैं इस नगरी में

हिज्र की तल्ख़ी ज़हर बनी है मीठी बातें भेजो ना

ख़ुद को देखे अर्सा गुज़रा अपनी आँखें भेजो ना

तिरे गीतों का मतलब और है कुछ

हमारा धुन सरासर मुख़्तलिफ़ है

सितारा है कोई गुल है कि दिल है

तिरी ठोकर में पत्थर मुख़्तलिफ़ है

गो एक अज़िय्यत है तिरा रंग-ए-तग़ाफ़ुल

ये रंग किसी और पे सजता भी नहीं ख़ैर

फ़ज़ा यूँही तो नहीं मल्गजी हुई जाती

कोई तो ख़ाक-नशीं होश खो रहा होगा

बला की तमकनत से अब सियाही बोलती है

हमारी चुप से शह पा कर तबाही बोलती है

मेरे दिल की शाख़ पे जानाँ

हर मौसम में तू खिलता है

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