इब्न-ए-मुफ़्ती के शेर
हम ने देखा है रू-ब-रू उन के
आईना आईना नहीं होता
-
टैग : आईना
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
जिन पे नाज़ाँ थे ये ज़मीन ओ फ़लक
अब कहाँ हैं वो सूरतें बाक़ी
-
टैग : याद-ए-रफ़्तगाँ
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
इक ज़रा सी बात पे ये मुँह बनाना रूठना
इस तरह तो कोई अपनों से ख़फ़ा होता नहीं
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
हम से शायद मो'तबर ठहरी सबा
जिस ने ये गेसू सँवारे आप के
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
कैसा जादू है समझ आता नहीं
नींद मेरी ख़्वाब सारे आप के
यूँ तो पत्थर बहुत से देखे हैं
कोई तुम सा नज़र नहीं आया
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
अब तो कर डालिए वफ़ा उस को
वो जो वादा उधार रहता है
दिल की बातों को दिल समझता है
दिल की बोली अजीब बोली है
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
सब निशाने अगर सहीह होते
तीर कोई ख़ता नहीं होता
-
टैग : तीर
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
तेरे ख़्वाबों की लत लगी जब से
रात का इंतिज़ार रहता है
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
कर बुरा तो भला नहीं होता
कर भला तो बुरा नहीं होता
-
टैग : शब्दों की उलट-फेर
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
ये कारोबार भी कब रास आया
ख़सारे में रहे हम प्यार कर के
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
दिल में सज्दे किया करो 'मुफ़्ती'
इस में पर्वरदिगार रहता है
-
टैग : दिल
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
फिर से वो लौट कर नहीं आया
फिर दुआ में असर नहीं आया
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
याद का क्या है आ गई फिर से
आँख का क्या है फिर से रो ली है
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड