आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "khaana"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "khaana"
नज़्म
रक़ीब से!
आ कि वाबस्ता हैं उस हुस्न की यादें तुझ से
जिस ने इस दिल को परी-ख़ाना बना रक्खा था
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
ग़ज़ल
अल्लामा इक़बाल
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "khaana"
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "khaana"
ग़ज़ल
कब महकेगी फ़स्ल-ए-गुल कब बहकेगा मय-ख़ाना
कब सुब्ह-ए-सुख़न होगी कब शाम-ए-नज़र होगी
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
ग़ज़ल
मानिंद-ए-ख़ामा तेरी ज़बाँ पर है हर्फ़-ए-ग़ैर
बेगाना शय पे नाज़िश-ए-बेजा भी छोड़ दे