आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "kham"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "kham"
ग़ज़ल
हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी कि हर ख़्वाहिश पे दम निकले
बहुत निकले मिरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले
मिर्ज़ा ग़ालिब
ग़ज़ल
अल्लामा इक़बाल
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "kham"
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "kham"
नज़्म
औरत
नब्ज़-ए-हस्ती का लहू काँपते आँसू में नहीं
उड़ने खुलने में है निकहत ख़म-ए-गेसू में नहीं
कैफ़ी आज़मी
ग़ज़ल
जौन एलिया
नज़्म
मुझ से पहली सी मोहब्बत मिरी महबूब न माँग
ख़ाक में लुथड़े हुए ख़ून में नहलाए हुए
जिस्म निकले हुए अमराज़ के तन्नूरों से
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
दो इश्क़
ढूँडी है यूँही शौक़ ने आसाइश-ए-मंज़िल
रुख़्सार के ख़म में कभी काकुल की शिकन में